फिर देर नहीं करना अपने व्यवहार का वरना कारण बन जायँगे अपने संहार का। फिर देर नहीं करना अपने व्यवहार का वरना कारण बन जायँगे अपने संहार का।
मुस्कुराना तो एक कला है पर हर शख्स यहां पगला है। मुस्कुराना तो एक कला है पर हर शख्स यहां पगला है।
हम चाहे मिट जाये क्यों ना मिट्टी के ही भाव, अब हर तरह के प्रदूषण का खात्मा करना है। हम चाहे मिट जाये क्यों ना मिट्टी के ही भाव, अब हर तरह के प्रदूषण का खात्मा कर...
माँ की तरह नहीं जननी ही है हमारी प्राथमिक उपभोक्ता ये वृक्ष ही तो है हमसे पहले ये ही त... माँ की तरह नहीं जननी ही है हमारी प्राथमिक उपभोक्ता ये वृक्ष ही तो है ...
अब नहीं और टेक्टोनिक विवर्तन बढ़ाना है। अब नहीं और टेक्टोनिक विवर्तन बढ़ाना है।
फिर कहते हो धरती मेरी माँ है। तुम हो धरती माँ के पापी की बेटे। धरती माँ ने तुम्हें अपनी। ... फिर कहते हो धरती मेरी माँ है। तुम हो धरती माँ के पापी की बेटे। धरती माँ ...